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सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

हाल ही में महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर की दुबई में गिरफ्तारी की खबर आई है। सौरभ चंद्राकर को भारत लाने की तैयारी चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों के अनुसार, सौरभ लंबे समय से दुबई में छिपकर रह रहा था। अधिकारियों ने उसके ठिकानों पर नजर रखी और मौके का फायदा उठाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

गिरफ्तारी के बाद, ईडी ने सौरभ चंद्राकर के भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेज भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एजेंसी को भेज दिए गए हैं। सौरभ चंद्राकर के खिलाफ इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के बाद यह कार्रवाई की गई है। इससे पहले, ईडी सौरभ को वांटेड मान चुकी थी और उसकी गिरफ्तारी का इंतजार कर रही थी।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। सौरभ ने 2019 में दुबई जाकर अपने दोस्त रवि उप्पल को भी वहां बुलाया। इसके बाद उन्होंने महादेव ऐप लॉन्च किया, जो धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टा बाजार में एक बड़ा नाम बन गया। महादेव बैटिंग ऐप का इस्तेमाल क्रिकेट, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों पर सट्टा लगाने के लिए किया जाता था। इस ऐप के जरिए चुनावों में भी अवैध सट्टा लगाया जाता था।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई है कि उसने फरवरी 2023 में दुबई में एक भव्य शादी की थी, जिसमें लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इस शादी में बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटी को बुलाया गया था और निजी हवाई जेट का इस्तेमाल किया गया। शादी की योजना बनाने के लिए मुंबई से डांसर, प्लानर और डेकोरेटर को hired किया गया था। इस समारोह के लिए हवाला चैनलों का उपयोग करके पैसे भेजे गए थे।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

ईडी के सूत्रों के अनुसार, सौरभ चंद्राकर के इवेंट मैनेजमेंट के लिए 112 करोड़ रुपये की रकम हवाला के जरिए भेजी गई थी। इसके अलावा, शादी के लिए होटल की बुकिंग पर 442 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। यह सब महादेव सट्टा ऐप के जरिए अवैध रूप से कमाई गई राशि से किया गया।

सट्टेबाज ऐप महादवे के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ़्तार किया गया: 1 हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।

सौरभ की गिरफ्तारी ने सट्टा कारोबार में एक नई चर्चा शुरू कर दी है। क्या सौरभ चंद्राकर को भारत लाया जाएगा? इस पर आपके क्या विचार हैं? हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

महादेव सट्टा ऐप के जरिए किए गए सट्टे का जाल काफी तेजी से फैला था। इस ऐप का सबसे अधिक इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में देखा गया। इस ऐप में धोखाधड़ी के लिए पूरी योजना बनाई गई थी, जिससे सट्टेबाजी में शामिल लोगों को भारी नुकसान हुआ।

भारत में ऑनलाइन सट्टा अवैध है, और इसके खिलाफ कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले में सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस प्रकार के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए जरूरी है।

आपकी राय में, क्या इस गिरफ्तारी से ऑनलाइन सट्टेबाजी पर अंकुश लगेगा? या फिर यह कारोबार और बढ़ेगा? इस पर भी अपने विचार व्यक्त करें।

महादेव सट्टा ऐप मामले में गिरफ्तारी के बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने यह सुनिश्चित किया है कि सट्टा कारोबार को समाप्त किया जा सके। दुबई में गिरफ्तारी के बाद, अब सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है, और भारत सरकार सौरभ चंद्राकर को जल्द से जल्द भारत लाने की तैयारी कर रही है।

समय-समय पर ऐसे मामलों की जांच होती रहती है, और संबंधित एजेंसियां अपने काम में जुटी हुई हैं। सट्टा कारोबार के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि इस प्रकार के अवैध कार्यों को रोका जा सके।

इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है? हमें बताएं और हमारे साथ जुड़े रहें छत्तीसगढ़ की सभी ताजा खबरों के लिए।

आपका धन्यवाद!
हमारे साथ जुड़े रहने के लिए धन्यवाद। हमारी वेबसाइट akhbarwalla.com पर और भी जानकारी और ताजा खबरें पाने के लिए विजिट करें।


प्रश्न और उत्तर

  1. सौरभ चंद्राकर कौन है?
    सौरभ चंद्राकर महादेव सट्टा ऐप का मुख्य सरगना है, जो ऑनलाइन सट्टेबाजी का बड़ा नाम बन गया था।
  2. सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी कब हुई?
    उसकी गिरफ्तारी हाल ही में दुबई में हुई थी।
  3. महादेव सट्टा ऐप क्या है?
    यह एक ऐप है जिसके जरिए क्रिकेट, टेनिस, फुटबॉल और चुनावों पर सट्टा लगाया जाता है।
  4. भारत में ऑनलाइन सट्टा क्यों अवैध है?
    भारत में ऑनलाइन सट्टा अवैध है क्योंकि यह धोखाधड़ी और आर्थिक अपराधों से जुड़ा हुआ है।
  5. सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद की कार्रवाई क्या है?
    उसकी गिरफ्तारी के बाद, उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
  6. सौरभ चंद्राकर ने शादी में कितना खर्च किया?
    उसने अपनी शादी में लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
  7. शादी में किन-किन को बुलाया गया था?
    शादी में कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी को बुलाया गया था।
  8. क्या सौरभ चंद्राकर के खिलाफ कोई कार्रवाई पहले हुई थी?
    हां, सौरभ के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
  9. महादेव ऐप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कहाँ हुआ?
    इस ऐप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में हुआ है।
  10. इस मामले में आगे क्या होने की संभावना है?
    सौरभ चंद्राकर को जल्द भारत लाया जाएगा, और इसके बाद उसकी न्यायिक प्रक्रिया शुरू होगी।

 


महादेव सट्टा ऐप मामले ने ऑनलाइन सट्टेबाजी की दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। भारत में ऑनलाइन सट्टा अवैध है, फिर भी यह लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, तकनीकी प्रगति के चलते सट्टेबाजी के लिए ऐप्स का उपयोग करना आसान हो गया है। महादेव ऐप जैसे प्लेटफार्मों ने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी अपने पैर पसार लिए हैं। इन ऐप्स का उपयोग मुख्य रूप से खेलों पर सट्टा लगाने के लिए किया जाता है, जिससे युवा वर्ग की बड़ी संख्या इसमें शामिल हो रही है।

सौरभ चंद्राकर का मामला इस बात की पुष्टि करता है कि किस तरह लोग अवैध तरीके से बड़ी रकम कमाने के लिए ऑनलाइन सट्टा को अपना रहे हैं। सौरभ ने महादेव ऐप के जरिए अपने व्यापार को तेजी से बढ़ाया, जिससे उसे और उसके सहयोगियों को करोड़ों रुपये का फायदा हुआ।

हालांकि, इस अवैध कारोबार के खिलाफ सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई तेज होती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य जांच एजेंसियां इस मामले में सक्रिय हैं, और उम्मीद की जा रही है कि सौरभ की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य लोगों को भी पकड़ा जाएगा।

इस मामले की खास बात यह है कि यह केवल एक व्यक्ति की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है; यह पूरे सट्टेबाजी उद्योग के खिलाफ एक सख्त संदेश है। ऐसे मामलों में बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट होता है कि युवा पीढ़ी को इस खतरे से अवगत कराना बेहद जरूरी है, ताकि वे अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकें। इस मामले के बाद, लोगों में जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है, जिससे ऐसे अवैध कार्यों पर रोक लग सकेगी।

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