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युवा वकीलों को 5000 रुपये भत्ता
सरकार ने युवा वकीलों को प्रोत्साहित करने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए 5000 रुपये का मासिक भत्ता देने का निर्णय लिया है। यह भत्ता उन युवा वकीलों के लिए होगा जो अपने करियर की शुरुआत में हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है। यह कदम न केवल उनकी मौजूदा समस्याओं को कम करेगा बल्कि उन्हें पेशेवर दृष्टिकोण से भी मजबूत बनाएगा।
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वरिष्ठ वकीलों की पेंशन दोगुनी
इस फैसले के तहत, वरिष्ठ वकीलों की पेंशन को दोगुना कर दिया गया है। पहले जहां वरिष्ठ वकीलों को 25000 रुपये की पेंशन मिलती थी, वहीं अब इसे बढ़ाकर 50000 रुपये कर दिया गया है। यह निर्णय वकीलों की लंबे समय तक सेवा और उनके योगदान की सराहना करते हुए लिया गया है, जिससे उनकी आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
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स्वास्थ्य बीमा की नई योजना
इसके अलावा, झारखंड सरकार ने वकीलों के लिए 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने का भी फैसला किया है। इस बीमा के तहत, वकील किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के दौरान वित्तीय मदद का लाभ उठा सकेंगे, जिससे उनके स्वास्थ्य और इलाज की चिंता कम हो जाएगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय राज्य के न्यायिक समुदाय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य केवल गरीबों और मजदूरों की मदद करना नहीं है, बल्कि हर वर्ग, विशेषकर वकीलों के हितों की रक्षा करना भी है।
यह महत्वपूर्ण फैसला झारखंड सरकार की न्यायिक क्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है और यह सुनिश्चित करता है कि वकीलों को उनके योगदान के अनुसार सही सम्मान और सुविधाएं मिलें।
झारखंड सरकार का यह फैसला वकीलों के लिए एक बड़ा कदम है जो उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन को सुधारने में मदद करेगा। युवा वकीलों को आर्थिक सहायता और वरिष्ठ वकीलों को बेहतर पेंशन के साथ-साथ स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलना, राज्य के न्यायिक क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। यह फैसला निश्चित रूप से वकीलों के लिए एक नई उम्मीद और उत्साह का स्रोत बनेगा।
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